अपनी बेटी की सोच की सराहना करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं है। मुझे अपनी बेटी पर गर्व है। आज जब देश कि स्थिति निराशाजनक है किसी बच्चे का इतनी गहराई से सामाजिक मुद्दों पर सोचना और उसे व्यक्त करना यह दर्शाता है कि रौशनी की किरण दिखाई दे रही है। विजय कुमार राय
touching..
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अपनी बेटी की सोच की सराहना करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं है। मुझे अपनी बेटी पर गर्व है। आज जब देश कि स्थिति निराशाजनक है किसी बच्चे का इतनी गहराई से सामाजिक मुद्दों पर सोचना और उसे व्यक्त करना यह दर्शाता है कि रौशनी की किरण दिखाई दे रही है।
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